Right Wing vs Left Wing: जानिए विचारधाराओं की असली लड़ाईआजकल सोशल मीडिया से लेकर न्यूज़ चैनल तक हर जगह एक ही बात सुनने को मिलता है – right wing vs left wing। लोग अक्सर कहते है कि कोई नेता राइट विंग है तो कोई लेफ्ट विंग। पर क्या आप सही में जानते है कि ये राइट विंग और लेफ्ट विंग होता क्या है? और इन दोनों में इतनी बहस क्यूँ होती है? चलिए इस आर्टिकल में इस विचारधारा की असली लड़ाई को समझते है!
Right wing kya hota hai?
तो सबसे पहले बात करते है कि Right wing kya hota hai। राइट विंग वो विचारधारा है जो परंपराओं, धर्म, राष्ट्रवाद और आर्थिक उदारीकरण को ज्यादा मानते है। राइट विंग वाले लोग अक्सर कहते है कि देश पहले आता है और समाज में अनुशासन और संस्कृति को बनाए रखना चाहिए।
भारत में अगर देखे तो राइट विंग का मतलब अक्सर बीजेपी और उनके समर्थकों से जोड़ा जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है कि हर राइट विंग वाला बीजेपी से ही हो।
राइट विंग की सोच ये होती है कि सरकार को कम हस्तक्षेप करना चाहिए और निजी संस्थानों को मौका देना चाहिए।
Left wing Kya hota hai?
अब आते है लेफ्ट विंग पर तो Left wing Kya hota hai, इसका जवाब थोड़ा अलग है। लेफ्ट विंग वाले लोग समाज में समानता, समाजवाद और मजदूर वर्ग के हक की बात करते है।
इनका मानना है कि सरकार को ज्यादा कंट्रोल रखना चाहिए ताकि गरीब और अमीर के बीच का फर्क कम किया जा सके। लेफ्ट विंग की सोच में धर्म का उतना महत्व नहीं होता, बल्कि ये लोग सेक्युलरिज़्म को प्रमोट करते है।
भारत में कम्युनिस्ट पार्टी और कुछ दूसरे संगठन जैसे CPI, CPM को लेफ्ट विंग माना जाता है।

बीजेपी राइट है या लेफ्ट विंग?
अब सवाल आता है – बीजेपी राइट है या लेफ्ट विंग? तो इसका जवाब है, बीजेपी को ज्यादातर लोग राइट विंग मानते हैं।
उनके विचार, जैसे हिन्दू राष्ट्रवाद, धर्म और संस्कृति की रक्षा, ये सब राइट विंग के मुख्य बिंदु होते हैं। लेकिन ध्यान देना चाहिए कि बीजेपी कभी-कभी कुछ लेफ्ट विंग के पॉलिसीज भी अपनाती है, जैसे गरीबों के लिए वेलफेयर स्कीम।
तो कहा जा सकता है कि राजनीति में 100% राइट या 100% लेफ्ट कोई भी पार्टी नहीं होती।
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right wing vs left wing in hindi – असली फर्क क्या है?
अब बात करते है असली टॉपिक की – right-wing vs left-wing in hindi। फर्क कुछ इस तरह से समझिए –
- राइट विंग कहता है कि संस्कृति और धर्म ज़रूरी है, जबकि लेफ्ट विंग कहता है कि धर्म निजी मामला है।
- राइट विंग राष्ट्रवाद को बढ़ावा देता है, लेफ्ट विंग मानवता को।
- राइट विंग आर्थिक विकास में निजी कंपनियों को बढ़ावा देता है, लेफ्ट विंग चाहता है कि सरकार ही सब कुछ संभाले।
- राइट विंग ज्यादा पारंपरिक होते हैं, लेफ्ट विंग मॉडर्न सोच रखते हैं।

Right Wing vs Left Wing – सोच की लड़ाई या जनता को बाँटने का तरीका?
कई बार ऐसा लगता है कि right wing vs left wing बस एक पॉलिटिकल तमाशा बन गया है। आम आदमी को ज्यादा फर्क नहीं पड़ता कि कौन राइट है और कौन लेफ्ट, उसे तो रोज़गार, महंगाई और सुरक्षा की चिंता होती है।
पर सोशल मीडिया पर लोग इस टॉपिक को लेकर खूब लड़ते है, बहस करते है और एक-दूसरे को ट्रोल भी करते है।असल में अगर देखा जाए तो right wing vs left wing कोई बुरी चीज नहीं है, ये तो लोकतंत्र का हिस्सा है। हर विचारधारा की अपनी जगह होती है।
निष्कर्ष – क्या सही है और क्या गलत?
अब आप सोच रहे होंगे कि कौन सही है – राइट विंग या लेफ्ट विंग? इसका जवाब आसान नहीं है।
जो आपके सोच के करीब हो, वही आपके लिए सही है। लेकिन सबसे जरूरी बात ये है कि आप खुद सोचिए, समझिए, और फिर किसी विचारधारा का समर्थन कीजिए।
बिना सोचे समझे किसी को गाली देना या सपोर्ट करना एक समझदार समाज के लिए ठीक नहीं होता। इसलिए जरूरी है कि हम पढ़े, समझे और जागरूक नागरिक बने।और हां, अगली बार जब कोई पूछे Right wing kya hota hai या Left wing Kya hota hai, तो आप मुस्कुराकर बोल सकते हैं – अब मैं जानता हूँ भाई!
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